Navratri Shayari In Hindi Fundamentals Explained
Navratri Shayari In Hindi Fundamentals Explained
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माँ के आशीर्वाद से हो जाएं सब तकदीर सारी।
माँ के आशीर्वाद से हो खुशियों का सागर।
नवरात्रि के इस मौके पर माँ दुर्गा से प्रार्थना है !!
पिता के घर पहुँचने पर सती का कोई सम्मान नहीं हुआ इसके अल्वा सभी भगवान शंकर का उपहास उडा रहे थे परिवार वालो के इस व्यव्हार से सती को बहुत दुःख का अनुभव हुआ वे शंकर जी की बात ना मानकर बड़े ही दुविधा में फंस गई थी वे अपने पति भगवान शंकर के इस अपमान को सह न सकीं। उन्होंने अपने उस रूप को तत्क्षण वहीं योगाग्नि द्वारा जलाकर भस्म कर दिया। वज्रपात के समान इस दारुण-दुःखद घटना को सुनकर शंकरजी ने क्रुद्ध होअपने गणों को भेजकर दक्ष के उस यज्ञ का पूर्णतः विध्वंस करा दिया। सती के मृत शरीर को लेके भगवन शंकर तांडव करने लगे जिस से सृष्टि का नाश होने लगा तब भगवान विष्णु ने अपने चक्र से सती के शरीर को बावन भागो में विभक्त कर दिया शरीर के जो अंग जहाँ गिरे वहाँ शक्ति पीठ की स्थापना हुई सती ने योगाग्नि द्वारा अपने शरीर को भस्म कर अगले जन्म में शैलराज हिमालय की पुत्री के रूप में जन्म लिया। इस बार वे ‘शैलपुत्री’ नाम से विख्यात हुर्ईं। पार्वती, हैमवती भी उन्हीं के नाम हैं। उपनिषद् की एक कथा के अनुसार इन्हीं ने हैमवती स्वरूप से देवताओं का गर्व-भंजन किया था।
इस नवरात्रि में माँ दुर्गा से प्राप्त हो !!
माँ तेरी भक्ति में शक्ति आराधना में शांति हैं
नन्हें-नन्हें कदमों से माँ आये आपके द्वार। नवरात्रि की शुभ कामनाएं
माँ के आगमन से हो आपका दिल खुशियों के गीत से गुंथा।
माता के नौ रूपों में है छिपा सृष्टि का सार,
नवरात्रि के इस मौके पर हो सुख, शांति, और आपका मन हर दिन बेहद तत्पर।
माँ के दिव्य रूप का ध्यान रखकर आपके जीवन को सजाएं।
शैलपुत्री मां बैल असवार। करें देवता जय जयकार।
माँ के प्यार में खो जाएं इस नवरात्रि के दौरान,